पिथौरागढ़। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा की गई कार्यवाही के बाद भारत एवं पाकिस्तान के मध्य संभावित युद्ध की स्थिति को देखते हुए, जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने आज जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़, नर्सिंग कॉलेज तथा नैनी सैनी हवाई अड्डे का स्थलीय निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का उद्देश्य सीमांत जनपद होने के कारण पिथौरागढ़ की सामरिक एवं भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने हेतु तैयारियों का जायजा लेना था।
जिलाधिकारी गोस्वामी ने चिकित्सालय के विभिन्न वार्डों, रिजर्व बैडों, डॉक्टर तथा नर्सिंग स्टाफ की उपलब्धता , ब्लड बैंक, ऑक्सीजन सप्लाई और आपातकालीन कक्ष सहित विद्युत आपूर्ति, पेयजल आपूर्ति, शौचालय, पार्किंग व्यवस्था आदि का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने चिकित्सालय प्रशासन को आवश्यक दवाओं, उपकरणों और अन्य संसाधनों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों से किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तत्पर रहने का आह्वान किया तथा आपातकालीन स्थिति के दौरान अपना संपर्क लगातार बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि वह इस संबंध में डॉक्टर तथा अस्पताल के स्टाफ की एक मॉक ड्रिल करवाना सुनिश्चित करें तथा इसका एक विस्तृत प्लान शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को जनपद के सभी विद्यालयों में रेड क्रॉस के माध्यम से विद्यार्थियों को प्राथमिक उपचार, सी.पी.आर तथा फर्स्ट एड किट के उपयोग की प्रक्रिया से अवगत होने हेतु एक अभ्यास कराने के निर्देश दिए। इसके पश्चात, जिलाधिकारी ने नर्सिंग कॉलेज का भी निरीक्षण किया और वहां उपलब्ध सुविधाओं और संसाधनों की जानकारी ली। उन्होंने नर्सिंग कॉलेज प्रशासन से आपातकालीन स्थितियों में नर्सों और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित करने की योजना सहित आपातकालीन स्थिति के तहत सभी आवश्यक तैयारियों को पूर्ण करने को कहा। उन्होंने सभी डॉक्टरों एवं नर्सिंग स्टाफ से आह्वान किया कि किसी भी अप्रिय स्थिति में चिकित्सा विभाग की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है जिस हेतु सभी डॉक्टर एवं स्टाफ अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार रहें। इसके बाद जिलाधिकारी द्वारा नैनी सैनी हवाई अड्डे का दौरा कर संभावित युद्ध की स्थिति को देखते हुए आपातकालीन स्थिति से निपटने हेतु की गई तैयारियों का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान, जिलाधिकारी ने हवाई अड्डे पर स्थापित नियंत्रण कक्ष, चिकित्सा सुविधाओं, आपदा प्रबंधन टीमों और आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता का मूल्यांकन किया। उन्होंने अधिकारियों को किसी भी अप्रिय स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने हवाई अड्डे के कर्मचारियों और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समन्वय के साथ त्वरित प्रतिक्रिया करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए, यह आवश्यक है कि हम हर प्रकार की आपात स्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार रहें। उन्होंने यह भी कहा कि जिला प्रशासन नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने हवाई अड्डे के अधिकारियों को नियमित रूप से मॉक ड्रिल आयोजित करने और तैयारियों को अद्यतन रखने के लिए निर्देशित किया। इस निरीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि नैनी सैनी हवाई अड्डा किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देने में सक्षम रहे।उन्होंने कहा कि किसी भी आपातकालीन स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने हेतु सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं, एवं उन्होंने जनता से शांति और धैर्य बनाए रखने की अपील की और अफवाहों पर ध्यान न देने का आग्रह किया। निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक रेखा यादव, अपर जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह, उप जिलाधिकारी सदर पिथौरागढ़ वैभव कांडपाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी एस. एस नबियाल, आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेश मेहता सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।